बिहार में साइबर क्राइम का बढ़ता ग्राफ़ निशाने पर पत्रकार-राकेश कु. गुप्ता मुख्यमंत्री के गृह जिले के पत्रकार से साइबर अपराधियों ने उड़ाए 59 हजार रुपये। प्रसासन उदासीन।डेस्क रिपोर्ट-पटना/नालंदा--मुख्यमंत्री के गृह जिला नालंदा(बिहारशरीफ ) में साइबर ठगों /बैंक द्वारा पत्रकार एवं आम जनों की मेहनत की कमाई गबन करने के एक सनसनीखेज़ मामला प्रकाश में आया है।नेशनल जर्नलिस्ट एसोसिएशन भारत पत्रकारों के हितार्थ कार्य करने वाली संगठन है विदित वर्षों में साइबर ठगों के कारण एवं बैंक के अधिकारियों के उदासीन रवैया एवं साथ ही पुलिस विभाग द्वारा पत्रकारों को सहयोग नहीं किए जाने से जिंदगी की गाढ़ी कमाई साइबर ठगों द्वारा गबन कर लिया जाता है |इसी तरह का एक मामला माननीय मुख्यमंत्री के गृह जिला नालंदा(बिहारशरीफ ) में अपने संगठन के पदाधिकारी राष्टीय महासचिव एवं दैनिक हिंदुस्तान पत्रकार कुमुद रंजन सिंह के साथ 28 एवं 29 जनवरी को साइबर ठगों द्वारा घटित हुई जिसमें एटीएम का क्लोन बनाकर या अन्य कोई साइबर ट्रिक द्वारा पीड़ित पत्रकार का RS.-59000 निकाल लिए गएमुख्यमंत्री के गृह जिला होने के बावजूद प्रशासन द्वारा भी मीडिया को सम्मान देने के बजाय प्रताड़ित, उपेक्षित और अपमानित किया जा रहा है। इतना ही नहीं पीड़ित पत्रकार का FIR भी काफी मशक्कत एवं जोरदार प्रयास करने के बाद होता है परन्तु इतने दिनों के बाद भी आज तक पुलिस विभाग द्वारा किसी भी तरह की कोई भी कार्रवाई की सूचना अब तक नहीं प्राप्त है |इस संबंध में नेशनल जर्नलिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश कुमार गुप्ता ने डीजीपी, बिहार को ज्ञापन देकर अवगत कराया है और जिसकी प्रतिलिपि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, मुख्य सचिव बिहार सरकार , आयुक्त पटना, जिलाधिकारी नालंदा तथा पुलिस अधीक्षक, नालंदा को भेजा है । चिंता की बात यह है कि साइबर अपराधी आमजन की मेहनत की कमाई न जाने खाते से कैसे उड़ा जाते हैं पता नहीं ?कैसे यह अपराध रुक सकेगा,कैसे साइबर अपराधी पर नकेल कसा जा सकेगा ,यह तो बैंक तथा प्रशासन ही जाने ? बताते चलें कि पीड़ित पत्रकार की इस आर्थिक क्षति पर सांगठनिक कई पत्रकार दुखी और चिंतित हैं कि आखिर मेहनत से कमाई गई राशि बैंक के एटीएम में कैसे सुरक्षित रह पाएगी ?सभी एटीएम में गार्ड की व्यवस्था बैंकों द्वारा कराना सुनिश्चित किया जाए साथ ही किसी भी तरह के एटीएम से ठगी होने पर बैंक में स्थानीय थानों को त्वरित कार्रवाई करते हुए इस तरह के मामलों को एक माह के भीतर निस्तारित किया जाए।इसके लिए विभाग की ओर से पहले से ही साइबर सेल भी गठित है लेकिन इस तरह के मामलों में बे उदासीन बने रहते हैं इसकी भी समय-समय पर समीक्षा की आवश्यकता है।प्रसासन द्वारा थोड़ा सा ध्यान देने से राज्य के पत्रकार को न्याय मिल जाएगा। वर्तमान में जिल्लत की जिंदगी जी रहे पत्रकारों को सम्मान से कार्य करने में परेशानी नहीं होगी।पीड़ित पत्रकार के सम्बन्ध में आवश्यक कार्रवाई करने की मांग के साथ ही आंदोलन की बात कही।संगठन के राष्ट्रीय संरक्षक और दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार श्री रमेश ठाकुर तथा डॉक्टर शशिधर मेहता, डॉ जितेंद्र सिंह, राष्ट्रीय महासचिव संजय कुमार सुमन कोषाध्यक्ष संजीव गुप्ता वरिष्ठ पत्रकार संजय विजित्वर, प्रदेश अध्यक्ष अबोध ठाकुर, प्रदेश उपाध्यक्ष चंदन कुमार झा तमाम पदाधिकारी ने इस घटना पर दुख जताया है और सरकार से त्वरित कार्रवाई करने की मांग की है|
बिहार में साइबर क्राइम का बढ़ता ग्राफ़ निशाने पर पत्रकार-राकेश कु. गुप्ता